Coronavirus in Uttarakhand: देहरादून में सामने आया कोरोना का सातवां मामला, सेना के जवान में हुई पुष्टि
लॉकडाउन के बाद भी उत्तराखंड में कोरोना वायरस के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। रविवार को भी देहरादून के एक युवक में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। डीजी हेल्थ डॉ. अमिता उप्रेती ने मरीज में कोरोना की पुष्टि की है। इसके साथ ही अब प्रदेश में कोरोना के सात मामले सामने आ चुके हैं। हालांकि, इनमें से एक स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुका है। वहीं। एक ट्रेनी आईएफएस की दोबारा की गई जांच पॉजिटिव आई है। 
 

जानकारी के अनुसार,  47 वर्षीय युवक में 24 मार्च को कोरोना संक्रमण के लक्षण दिखाई दिए थे। 26 मार्च को उसे मिलिट्री हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। जिसके बाद 27 मार्च को उसका सैंपल हल्द्वानी लैब में जांच के लिए भेजा गया था।  युवक मूल रूप से राजस्थान का रहने वाला है। वह सेना में सूबेदार है। 10 मार्च को वह छुट्टी बिताकर देहरादून लौटा था। तब युवक में कोई लक्षण नहीं थे। 14 दिन बाद युवक में लक्षण नजर आए। 

बता दें कि इससे पहले इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी के तीन ट्रेनी आईएफएस, एक अमेरिकी नागरिक और स्पेन से लौटे कोटद्वार के एक युवक में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई थी। वहीं, शनिवार को भी दुबई से लौटे एक युवक में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई थी। वहीं डॉ. अमिता उप्रेती ने बताया कि आज 27 सैंपलों की जांच रिपोर्ट मिली है। इसमें से 26 रिपोर्ट नेगेटिव है। जबकि एक पॉजिटिव पाई गई है। 


इंदिरा हृदयेश ने विधायक निधि से जारी किए पांच लाख रुपये



लॉक डाउन के कारण फंस गए और राशन की कमी से जूझ रहे लोगों को भोजन कराने के लिए नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने अपनी निधि से पांच लाख रुपये जारी किए हैं। सीडीओ को पत्र लिखकर इंदिरा ने कहा है कि उनकी निधि से यह राशि नैनीताल जिलाधिकारी को जारी की जाए। इंदिरा का कहना है कि लोग लॉक डाउन के कारण फंसे हुए हैं और इस कारण उन्हें खाने तक की समस्या से जूझना पड़ रहा है।

हरक सिंह बांटेंगे 20 हजार कंबल
श्रम मंत्री हरक सिंह 20 हजार कंबल बांटने की तैयारी में हैं। वन एवं श्रम मंत्री का कहना है कि कई लोगों को सर्दी के कारण परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यह कंबल श्रम विभाग पुलिस की सहायता से बांटेगा। लोगों से कहा जाएगा कि कंबलों का एकदम उपयोग न करें। पहले उन्हें दो दिन तक धूप में सुखा लें या सुरक्षित स्थान पर रख लें।